कांति सिंह काठेड
शारीरिक शिक्षा खेल या आराम करने की गतिविधि नही हैं जो व्यक्तियों को संतुष्टि देती है। शारीरिक शिक्षा सामान्य शिक्षा के समान ही उद्देश्य साझा करती है। स्कूली शिक्षा में शारीरिक शिक्षा को एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय माना जाता है। शारीरिक शिक्षा का छात्रों के समग्र जीवन में बहुत से योगदान है, जिसमें छात्रों के बीच स्वास्थ्य और शारीरिक फिटनेस को बढावा देना है। छात्रों को शारीरिक शिक्षा से लाभ लेने के लिये स्कूलों, कालेजों में एक प्रभावी शारीरिक शिक्षा कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षा शिक्षक सबसे पहले चिंतित होने वाला कारक है। यह माना जा सकता है कि शारीरिक शिक्षा शिक्षक को प्रभावी पेशेवर तैयारी कार्यक्रमों के माध्यम से अधिक सावधानी से तैयार करने की आवश्यकता है जिससे शिक्षक छात्रों के संपूर्ण व्यक्त्वि तथा उसकी शारीरिक प्रक्रियाओं द्वारा उसके शरीर, मन और आत्मा का पूर्णरुप से विकास कर सकें।
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