मेघा पाँचाल
किसी भी स्थान की अर्थव्यवस्था में वहां के उद्योगों का योगदान महत्वपूर्ण होता है। राष्ट्रीय आय का भी अधिकांश भाग कृषि उद्योग एवं खनिज उद्योग से प्राप्त होता है। आर्थिक नियोजन के इस युग में सभी क्षेत्रों को विकसित करने का प्रयत्न किया जा रहा है। किस उद्योग की स्थापना कहां की जाए इसका निर्णय आर्थिक, सामाजिक एवं सुरक्षा संबंधी परिस्थितियों का अध्ययन एवं कारणों को ध्यान में रखकर किया जाता है। तत्कालीन राजाओं ने ब्रिटिश सरकार द्वारा तथा आधुनिक समय में सरकार द्वारा जो भी अलवर क्षेत्र में उद्योगपति स्थापित हुए वे सभी समस्त बातों को ध्यान में रखकर ही किए गए। राजस्थान में स्थित अन्य जिलों की तरह प्राचीन काल में अलवर राज्य के अंतर्गत भी कुछ उद्योग धंधे थे, जो कि घरेलू उद्योगों के सामान के उद्योगों में देसी औजारों का प्रयोग किया जाता था। उद्योगों के द्वारा ग्राम वासियों के दिन पर दिन काम आने वाली वस्तुओं का ही निर्माण किया जाता था। इस जिले के प्रत्येक गांव में दिन-प्रतिदिन का आने वाली सभी वस्तुओं के उद्योग लगे हुए थे वहां के निवासियों की आवश्यकताओं की पूर्ति करते रहते थे। पूर्व काल में यहां पर कपड़ा बुनने, कपड़े की रंगाई छपाई करने का उद्योग था।
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