सरिता
यह अध्ययन ग्रामीण क्षेत्र में किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां साक्षरता दर नगरों की तुलना में कम है, परंपरागत पितृसत्तात्मक समाज है, लिंग अनुपात में भी लड़कियों की संख्या लड़कों से बहुत कम है। हरियाणा राज्य में यह शोध अध्ययन किया गया है। इस शोध लेख के माध्यम से इस अध्ययन के उद्देश्यों, शोध विधि एवं निष्कर्षों को प्रस्तुत करने का प्रयास है। ग्रामीण, परंपरागत, पितृसत्तात्मक समाज में अभिभावकों का अपनी बेटियों के प्रति क्या दृष्टिकोण है, बेटियों का भी अपने अभिभावकों के प्रति क्या दृष्टिकोण है, इनको एक-दूसरे के प्रति दृष्टिकोणों का क्या प्रभाव बेटियों के जीवन, उनकी शिक्षा, सामाजिक समावेशन इत्यादि पर पड़ता है। इन प्रमुख प्रश्नों के साथ इस शोध के उद्देश्य को निर्धारित किया गया है तथा अभिभावकों एवं बेटियों से साक्षात्कार, अनौपचारिक बातचीत एवं अवलोकन द्वारा आंकड़े एकत्रित करके विश्लेषित किए गए, निष्कर्ष तक पहुंचा गया। अंत में इस संबंध में महत्त्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए हैं।
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