प्रतिमा शर्मा
उत्तरी भारत में विवाह संस्कार एक पवित्र और महत्वपूर्ण सामाजिक अनुष्ठान है जिसमें लोकगीतों का विशेष स्थान है। प्रस्तुत शोध पत्र में उत्तरी भारत के विवाह समारोहों में प्रयुक्त होने वाले लोकगीतों के विभिन्न सांस्कृतिक पहलुओं का विस्तृत विश्लेषण किया गया है। इस अध्ययन में पारंपरिक विवाह लोकगीतों की भाषाई संरचना, सामाजिक संदेश, धार्मिक महत्व, और सांस्कृतिक मूल्यों का गहन अध्ययन प्रस्तुत किया गया है। शोध में पाया गया है कि ये लोकगीत न केवल मनोरंजन का साधन हैं बल्कि सामाजिक संबंधों को मजबूत बनाने, पारंपरिक ज्ञान को स्थानांतरित करने, और सामुदायिक एकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि विवाह लोकगीत उत्तरी भारतीय समाज की सांस्कृतिक पहचान और मानवीय मूल्यों के संरक्षण में अमूल्य योगदान देते हैं।
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