दिनेश कुमार
भारत के प्रति पाकिस्तान का दृष्टिकोण हमेशा सन्देहात्मक ही रहा है, भारत-पाक सम्बन्धों की कहानी भारतीय उपमहाद्वीप के दो बड़े देशों की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक एवम सांस्कृतिक विचारधाराओं, समानताओं, विषमताओं, अर्न्तराष्ट्रीय दृष्टिकोण एवम् राष्ट्रीय हित्तों के साथ जुड़ी है, इसका फायदा बड़ी महाशक्तियों ने सैनिक अड्डो, द्वीपों तथा बन्दरगाहों के रूप में तलाश कर उठाया है क्योंकि पाकिस्तान जैसे देश भारत से खत्तरे का हौव्वा खड़ा करके अमेरिका से आर्थिक सहायता प्राप्त करता रहा है, पाकिस्तान की विडम्बना सबसे बड़ी यही रही है कि वहां की फौज ने हमेशा ही वहां की सरकारों में अपना सीधा-2 व प्रत्यक्ष हस्तक्षेप किया है, यही पाकिस्तान की बर्बादी का सबसे बड़ा कारण रहा है।
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